SURAJKUND INTERNATIONAL CRAFT FAIR, TIMING, LOCATION, ENTRY FEES, PHOTOS  

सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्त शिल्प मेला, समय, स्थान, प्रवेश शुल्क, फोटोज़ 



हेलो दोस्तों, कैसे हैं आप। स्वागत है आपका एक बार फिर से मेरे इस नए ब्लॉग पर जहाँ मैं आपको एक और नयी जगह के बारे में डिटेल में जानकारी दूंगा। वैसे तो "मेला" शब्द सुनकर सभी के चेहरे पर एक चमक आ जाती है। चाहे बच्चे हो या बड़े, मेले में जाने की तमन्ना सभी की होती है। जब आप छोटे रहे होंगे तो आप भी अपने परिवार वालों के साथ कोई न कोई मेला देखने जरूर गए होंगे। आज के ज़माने में जब मोबाइल और इंटरनेट के अलावा लोगों को कुछ और सूझता ही नहीं है तो होने वाले मेलों की तादाद भी काम सी हो गयी है। अब मेले लगते तो हैं पर वो भीड़ और वो  जो बचपन में आता था। पर एक मेला आज भी लगता है  जो देश में ही नहीं विदेश में भी मशहूर होता जा रहा है और इस मेले का नाम है सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्त शिल्प मेला। तो चलिए आज हम इस मेले के बारे में बात करते हैं और मैं आपको बताता हूँ की क्या ख़ास है इस मेले में और क्या आपको इसे देखने जाना चाहिए या नहीं।  

छत्तीसगढ़ गेट 

मेले के अंदर लगे हैं ऐसे कई गेट 

मेले में लगी दुकानें 


HISTROY OF SURAJKUND सूरजकुंड का इतिहास -

सूरजकुंड, जैसे कि नाम से ही पता चलता है कि ये एक कुंड यानी झील है जो सूर्य को समर्पित है।  मतलब सूर्य की झील। सूरजकुंड दिल्ली से लगभग 8 किलोमीटर दूर हरियाणा में फरीदाबाद शहर में अरावली पर्वतमाला के दक्षिण में स्थित है। 10 वीं शताब्दी में तोमर वंश के राजा सूरजपाल ने इसे बनवाया था ,तोमर दिल्ली के शाशक आंगनपाल के छोटा पुत्र और सूर्य का उपासक था और इसके लिए उसने इसके पश्चिमी तरफ एक सूर्यमंदिर भी बनवाया था। सूरजकुंड अपने वार्षिक मेले "सूरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्ट मेला" के लिए जाना जाता है। यहाँ हर साल बसंत के शुरू होने के बाद से फ़रवरी माह में 15 दिन का एक इंटरनेशनल मेला लगता है जिसमे देश ही नहीं बल्कि विदेशो से भी कारीगर आते हैं जो हाथ से बनी हुई चीजों का प्रदर्शन करते हैं, और इनका व्यापार करते हैं। अगर आपको इस तरह की हाथों से बनाई हुई चीजों में दिलचस्पी है तो आपको यह मेला देखने जरूर जाना चाहिए। 


अरावली की पहाड़ियां 

मेले में लगा एक खूबसूरत पंडाल 


SURAJKUND INTERNATIONAL CRAFT FAIR TIMING सूरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्ट मेले का समय  -

सूरजकुंड में मेले के आयोजन की शुरुआत 1987 से हुई है। यहाँ हर साल देश विदेश से कलाकार आते हैं और अपने बनाये हुए सामानों व कलाकारी की प्रदर्शनी करते हैं। पहले शुरू में देश में से ही अलग अलग प्रान्त से कलाकारों, और शिल्पकारों को इस मेले में बूलाया जाता था, पर 2013 से इस मेले को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिली थी। उसके बाद से सभी एशियाई देशों से भी लोगों को आमंत्रित किया जाने लगा। यह मेला हर साल 1 से 15 फ़रवरी तक लगता है पर पिछले साल 2021 में कोरोना के वजह से इसे आयोजित नहीं किया गया। इस साल भी शुरू में इसे आयोजित न करने का प्रस्ताव पास हुआ था पर अब करोना का असर थोड़ा कम होने के वजह से इसे 4 फ़रवरी 2022 से 20 फ़रवरी 2022 तक आयोजित करने का फैसला किया गया है। तो अभी भी अगर आप जाना चाहते हैं तो देर मत कीजिये। यहाँ जाने का एंट्री फीस होती है जो 100 से 200 रूपए की होती है। हफ्ते के 5 दिन 120 रूपए और शनिवार और रविवार को 200 करीब होती है। स्कूल के बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगों, और सैनिकों को वैध डॉक्यूमेंट (आधारकार्ड, स्कूल ID )के साथ 50% डिस्काउंट भी दिया जाता है। एंट्री फीस के लिए वहां काउंटर भी बने होते हैं और अगर आप लाइन में खड़े नहीं होना चाहते तो ऑनलाइन भी टिकट ले सकते हैं। मेले की टाइमिंग सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक रहती है। 

PRICE - 100 -200 रूपए 

WEEKDAYS - 120 रूपए 

WEEKENDS - 200 रूपए 

DISCOUNT - 50 % बुजुर्गों, दिव्यांगों,और सैनिकों के लिए 

AVAILABILTY- ऑनलाइन प्लेटफार्म से या मेले परिसर के एंट्री गेट पर ही काउंटर से लिया जा सकता है। 


मोरोक्को देश की हट HUT OF MOROCCO 


केरल राज्य की हट HUT OF KERALA  


तुर्कमेनिस्तान की हट HUT OF TURKMENISTAN 

उज़्बेकिस्तान की हट HUT OF UZBEKISTAN 

मिर्जापुर की मशहूर कालीन MIRZAPUR's CARPETS  

तमिलनाडु की हट HUT OF TAMILNADU 

कजाखस्तान की हट HUT OF KAZAKHASTAN 


THEME OF SURAJKUND MELA सूरजकुंड मेले की थीम -

इस मेले में हर साल किसी राज्य को मेले का थीम स्टेट बनने का मौका मिलता है। इस साल का थीम स्टेट है जम्मू कश्मीर। तो इस बार इस मेले में आपको जम्मू कश्मीर से जुडी चीजों को देखने का मौका मिलेगा। वैसे तो इस मेले में देश के सभी राज्यों से लोग आते हैं और अपने अपने बनाये हुए सामानों का प्रदर्शन करते हैं पर जिस राज्य को स्टेट थीम का दर्जा मिलता है उसकी झलक पुरे मेले में आपको सबसे ज्यादा दिखाई दे जाती है। जम्मू कश्मीर को यह मौका दूसरी बार मिला है। इससे पहले 2000 में भी जम्मू कश्मीर को मौका मिला था। 

सूरजकुंड मेला शाम के समय में 

बिजली के तारों से बनाई गयी पेंटिंग

लकड़ी से बनी कलाकृतियां 

मिटटी से बने खिलोने 

मिटटी के बने बर्तन 

पीतल से बनी लाइट्स 


THINGS TO SEE IN SURAJKUND FAIR मेले में देखने लायक चीजें -

सूरजकुंड मेले अधिकारियों की माने तो मेले में हर साल 10 -12 लाख लोग देखने आते हैं। जिसमे से काफी सारे तो दूसरे देशों के ही होते हैं। सूरजकुंड में देखने लायक काफी चीजें हैं जो आम तौर पे आपको किसी और मेले में देखने को शायद न मिलें। 

मेले में चौपाल -

मेले क्षेत्र में एक खुले मैदान में चौपाल लगाया जाता है जहाँ अलग-2 जगहों से आये कलाकारों द्वारा विविध तरह के कार्यक्रम पेश किये जाते हैं। मेले में हर साल फिल्म जगत के कई सेलिब्रिटी भी आते हैं। दिन के समय इन चौपालों में कई तरह से कार्यक्रम होते रहते हैं जैसे नृत्य, नाटक आदि। 

मेले में लोक संगीत- 

मेले में अलग -2 राज्यों के लोक संगीत बजते हुए मिल जाएंगे। लाउडस्पीकर में भी आपको पुरे मेले कशतेरा में संगीत बजते हुए सुना जा सकता है जो अपने आप में अलग ही ख़ुशी महसूस करता है। जगह जगह आपको लोग अपने अपने राज्यों के लोक संगीत बजाते हुए दिख जाते हैं जिन्हे रुक कर देखना वाकई में मजेदार होता है। आपको पता चलता है कि किस राज्य में किस तरह के संगीत का इस्तेमाल होता है। 

अपना घर - 

मेले में एक "अपना घर" भी होता है जिसमे किसी राज्य का एक परिवार अपनी ठेठ जीवनशैली को जीते हुए दिखता है। आपको देखने को मिलेगा की उनकी ठेठ जीवन शैली कैसी होती है। जैसे हरियाणा का परिवार अगर "अपना घर" में हो तो कुश्ती, मुक्केबाजी, आदि का प्रदर्शन होता है। यह देखना भी काफी मजेदार होता है की हरियाणा की ठेठ जीवनशैली किस तरह की होगी। 

फ़ूड कोर्ट -

सूरजकुंड मेले में एक फ़ूड कोर्ट भी होता है जहाँ अलग -2 राज्यों के व्यंजन आपको खाने को मिल जाते हैं। जैसे बिहार का लिट्टी चोखा, पंजाब के अमृतसरी कुलचे, राजस्थान की मिठाई आदि। सभी तरह के खाने वाकई में मुँह में पानी ला देते हैं। अगर आप खाने के शौक़ीन हैं तो फ़ूड कोर्ट में जाकर आपको अलग अलग राज्यों के पकवान जरूर खा के देखने चाहिए। 

राजस्थान की मशहूर, दाल की कचौरियां 


मेले में खरीदारी -

अगर आप खरीदारी के शौक़ीन हैं तो इस मेले में आपको खरीदने के लिए काफी कुछ मिल सकता है। जैसे घर के लिए सजावटी सामान, कपडे, चादर, और भी कई तरह के सामान यहाँ अलग-2 राज्यों के हट, जिसे स्टाल भी कह सकते हैं, मिल जाता है। राज्यों की वेशभूषा हो या उनकी संस्कृति से जुड़े सामान, सब यहाँ मिलता है जो करिगरिन द्वारा हाथ से बनाया गया होता है। तो अगर इस तरह की चीजों में आपकी दिलचस्पी है तो आपको यहाँ खरीदारी करने में बहुत मजा आएगा। 

SURAJKUND FAIR 2022 सूरजकुंड मेला 2022 -

हर साल सूरजकुंड मेला 1 फरवरी से शुरू होता था पर इस साल जनवरी के शुरआत में कोरोना के बढ़ते केस के वजह से इसे 2021 की तरह इस बार भी इस मेले को न लगाने का निर्णय लिया गया था पर बाद में कोरोना के मामले काम होने पर इसे कोरोना गाइडलाइन के साथ 4 फरवरी से 20 फरवरी तक आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। पिछले 35 साल में 2021 में पहली बार ऐसा हुआ था जब सूरजकुंड का मेला न लगा हो।  जिससे आयोजकों और मेले में आने के उत्सुक टूरिस्टों में मायूसी छायी हुई थी। हरियाणा सरकार ने इस बार मेला लगाने की मंजूरी दी है और ब्रिटेन इस बार मेले का कंट्री पार्टनर रहेगा। स्टेट थीम के लिए जम्मू कश्मीर को चुना गया है। जिस वजह से मेले में जाने वाले सभी शिल्पकार काफी उत्साहित हैं। इस मेले के वजह से इन शिल्पकारों को अपना सामान बेचने में काफी मदद मिलती है और इनकी जीविका चलती है। 

LOCATION OF SURAJKUND FAIR  सूरजकुंड मेला कहाँ लगता है -

सूरजकुंड मेला हरियाणा के फरीदाबाद जिले के लकेवुड सिटी में लगता है। Surajkund Mela Rd, Lakewood city, Surajkund, Faridabad, Haryana 121010. सूरजकुंड मेले में जाने के लिए निकटतम मेट्रो स्टेशन बदरपुर मेट्रो स्टेशन BADARPUR METRO STATION है जो मेला परिसर से लगभग 3.5 किलोमीटर दूर है। जहाँ से आपको बैटरी चलित रिक्शे और ऑटो या कैब की सुविधा मिल जाती है। दिल्ली से सूरजकुंड DELHI TO SURAJKUND की दूरी 44 किलोमीटर है। 

मेले में भीड़ 


रंगीन छातों द्वारा सजावट 


और आखिर में -

आशा करता हूँ आपको मेरा ये ब्लॉग भी काफी पसंद आया होगा। सूरजकुंड मेले की काफी सारी जानकारी आपको मेरे इस ब्लॉग द्वारा मिल गयी होंगी। अगर आप सूरजकुंड जाना चाहते हैं तो कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करें, मास्क पहनें, एक दूसरे से कुछ दूरी बना कर रखें और मेले का आनंद लें। अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें और साथ ही नीचे COMMENT BOX में अपने विचार जरूर छोड़ के जाएँ। तो चलिए इस ब्लॉग को यहीं ख़त्म करता हूँ। आपसे मिलेंगे जल्द ही एक नयी जगह की सारी जानकारी के साथ। मेरे और ब्लॉग पढ़ने के लिए नीचे मैंने लिंक दिए हैं जिन्हे आप पढ़ सकते हैं। INSTAGRAM और YOUTUBE में मुझे फॉलो करने के लिए भी मैंने नीचे लिंक दी हुई हैं जिसपे क्लिक करके भी आप मुझ तक पहुंच सकते हैं।


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नोट- दिखाई गयी सभी फोटोज और वीडिओज़ लेखक द्वारा खुद खींची गयी है।